(प्रभात दास की रिपोर्ट)
चर्चा कोरिया छत्तीसगढ़, एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र महाप्रबंधक बीएन ,झा को प्रधानमंत्री के नाम धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिए, चार श्रमिक संगठनों, एटक, सीटू, एच,एम,एस, इंनटक, श्रमिक संगठन ने ज्ञापन में, कोयला श्रमिक वर्ग में कार्यरत श्रमिक केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है श्रम कानून में बदलाव जिससे पूंजीपतियों को की हितों की रक्षा और श्रमिकों की बुनियादी सुविधा को छिनिवाले नीतियों को श्रमिको शोषण कि स्थिति निर्मित होना लगभग तय है जो हमें स्वीकार नहीं है जिकाहम श्रमिक संगठन इसका घोर विरोध करता है और मांग करते हैं कि श्रम कानून में बदलाव की कोशिश किया जा रहा है उसे हम घोर विरोध करते हैं एक कानून मजदूर के हित में नहीं है, इसे तत्काल रोका जाए, साथ ही हम मांग करते हैं कि वर्ष 2022 में किसानों को आय दोगुनी करने वाले बादि तत्काल पूरा किया जाए, इसके साथ ही स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश को भी लागू किया जाए, धरना प्रदर्शन में कामगार काफी आकर्षित थे, कार्यक्रम में श्रमिक नेता इंद्रदेव सिंह चौहान योगेंद्र मिश्रा, अतुल गुप्ता, मोहम्मद रियाज, विनोद गुप्ता, एम,एच, खान , अशोक लाल, संदीप कुमार,कौशिक दत्ता, बलजीत सिंह, सुरेश कुमार सिंह, एस,के ,मेथी, शब्बीर अली, ज्ञानेंद्र पांडे, इंद्रजीत पाल, शिव कुमार, दिलीप गुप्ता, राम लल्लू, लक्ष्मी राम, संतोष कोल, उत्तम कुमार,, प्रबंधन की ओर से वरिष्ठ कार्मिक प्रबंधक लकड़ा जी वरिष्ठ कमी प्रबंधक विकास शंकर ओझा ने ज्ञापन को लिए काफी संख्या में कोयला कामगार उपस्थित रहे नारा लगाते हुए हमारी मांगे पूरी करो नहीं तो हम सभी चार श्रमिकसंगठन हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे जिसमें जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन पर की होगी साथ ही केंद्र सरकार के भी होगी, बी,एम,एस, भारतीय खदान मजदूरसंघ,इससे अलग रहा, चारों स्वामी संगठन ने कहा है कि अगर श्रम कानून नहीं रोका गया तो बहुत बड़ा आंदोलन और हड़ताल होगा देशव्यापी














