छात्रों के भविष्य निर्माण हेतु प्रेरणादायक कार्यक्रम, पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे और महाप्रबंधक बी एन झा ने छात्रों को दिये प्रमाण, छात्रों के भविष्य निर्माण हेतु अति महत्वपूर्ण और मोटिवेशनल कार्यक्रम आयोजित।
चरचा कॉलरी जिला कोरिया छत्तीसगढ़। हिन्द विद्यालय इंग्लिश मीडियम हायर सेकंडरी स्कूल, चरचा के प्रांगण में छात्रों के सर्वांगीण विकास और उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए भव्य मोटिवेशनल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोरिया पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे थे। विशिष्ट अतिथियों के रूप में बैकुंठपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक बी.एन. झा, सह क्षेत्र प्रबंधक संजय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी चिरमिरी डॉ. अशोक कुमार बिराजी, वरिष्ठ पत्रकार नीरज गुप्ता, नगर पालिका अध्यक्ष अरुण जायसवाल, नपा उपाध्यक्ष राजेश सिंह, डायरेक्टर निसार खान, पत्रकार अंकित अग्रवाल एवं प्राचार्य शशि भूषण राय मंचासीन रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती और भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि के साथ हुई। तत्पश्चात स्कूल प्रबंधन द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा मां सरस्वती वंदना, छत्तीसगढ़ी नृत्य और कोल इंडिया कॉरपोरेट गीत पर आधारित खनिकों के समर्पण को दर्शाता प्रभावी नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी को प्रभावित किया।
इस दौरान छात्राओं ने काल माइंस किस प्रकार का होता है उसी प्रकार का आकर्षण रुप चित्र तैयार कर प्रस्तुत किया।साथ ही भारत माता व कुछ फैक्ट्री का चित्र प्रस्तुत किया।
महाप्रबंधक बी.एन. झा का प्रेरक उद्बोधन: अपने संबोधन में श्री बी.एन. झा ने कहा कि आज की पीढ़ी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स जैसी आधुनिक तकनीकों के दौर में पली-बढ़ी है। भारत शिक्षा और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और अब समय आ गया है कि छत्तीसगढ़ भी विश्व पटल पर अपनी पहचान मजबूत करे। उन्होंने कहा कि AI, मशीन लर्निंग, डेटा माइनिंग और रोबोटिक्स अब हर उद्योग की जरूरत बन चुके हैं। मेडिकल साइंस में रोबोटिक सर्जरी इसका बड़ा उदाहरण है।”
उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि तकनीक के बढ़ते प्रभाव के बावजूद मानवता और मानवीय मूल्यों को कभी न भूलें।उन्होंने कहा हर किसी पर आँख बंद कर भरोसा मत करो पहले सोचो, परखो और निर्णय लो।
पर्यावरण संरक्षण, समाज के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी को उन्होंने जीवन का अनिवार्य हिस्सा बताया। सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए उन्होंने मीडिया और समाज से जागरूकता बढ़ाने की अपील की।
छात्रों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा यदि आपके भीतर स्पष्ट विजन और मिशन है मैं कर सकता हूँ, मैं करूंगा तो सफलता अवश्य मिलेगी।
अंत में उन्होंने विद्यालय के शिक्षण स्तर की सराहना की और कहा कि यहां के शिक्षक निश्चित रूप से विद्यार्थियों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
पुलिस अधीक्षक रवि कुर्रे का उत्साहवर्धक संबोधन: पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुर्रे ने विद्यालय के 25 वर्षीय सफल शिक्षण इतिहास की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह स्कूल लगातार उत्कृष्ट परिणाम देकर क्षेत्र का नाम गौरवान्वित कर रहा है। उन्होंने सफलता के पाँच मंत्र बताए लगन, अनुशासन, निरंतर प्रयास, सकारात्मक सोच और धैर्य। उन्होंने एक उदाहरण साझा करते हुए बताया कि 11वीं-12वीं के कुछ छात्र रक्षा सेवा की भर्ती प्रक्रिया में सफल नहीं हुए और निराश हो गए। लेकिन उन्होंने संदेश दिया कि असफलता अंत नहीं है, बल्कि आगे बढ़ने का अवसर है।
वैज्ञानिकों की हजारों बार की गई कोशिशों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि निरंतर प्रयास ही असली सफलता का मार्ग है। गिरना गलत नहीं, लेकिन गिरकर उठना जरूरी है।साथ ही उन्होंने छात्रों को ट्रैफिक सुरक्षा के नियमों का पालन करने की सख्त सलाह दी। हेलमेट पहनने, ओवरस्पीड से बचने और नियमों का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि एक छोटी सी गलती बड़ा हादसा बन सकती है। उन्होंने पुलिस विभाग की गतिविधियों, जनसुरक्षा कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारी भी दी, जिससे छात्र कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक कार्यों को बेहतर ढंग से समझ सके।
यह आयोजन विद्यार्थियों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रहा, जिसने उन्हें न केवल शिक्षा बल्कि जीवन मूल्यों, अनुशासन और सुरक्षित भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएँ, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे। जिनमें प्रमुख रूप से खुशबू यादव, मेघा तिवारी, निशा राय, दयानंद ठाकुर, निशांत, कौशर बानो, मिंटू द्विवेदी, राजाराम, जयदेव पाण्डेय, संजय कुमार, हिरा विश्वकर्मा, शिल्पी सरकार, रुपा विश्वकर्मा मंजू केवट सहित अन्य शिक्षक, शिक्षिकाएँ एवं अभिभावक गण शामिल रहे।













